A Hybrid Volume of Essays on Modern India Historiography (Hindi Edition)

Abstract
यह पुस्तक Essays on The Modern India Historiography (ASIN: B07WD4T2K3 ) का ही एक रूप है| इस में English में लिखे matter का प्रति पैराग्राफ पर विचार सामग्री का हिंदी रूप भी दिया गया है| हिंदी सामग्री अलग में आधुनिक भारत हिस्टोरियोग्राफी पर निबंध संग्रह(ASIN: B081CZBCZR ) से ली गई है|इस पुस्तक को द्विभाषी पुस्तक कहा है| यह कोई विलक्षण यां अटपटी कृति नहीं है| Gita Press Gorakhpur के द्वारा प्रकाशित संत तुलसी दास की लिखी रामचरित्र मानस में संत तुलसी की भाषा का हिंदी रूप हर चौपाई के बाद दिया गया है| उस के वाचन करता न केवल संत वाणी में परन्तु हिंदी में भी उसे पढ़ा करते और भजते हैं| सभी श्रधालुयों को अगर संत जी की बोली समझ नहीं आती पर फिर भी वह हिंदी में लिखी वाणी से राम गुणगान का सौभाग्य प्राप्त करते हैं| इसी प्रकार ऐसी कई प्रशस्तियाँ हैं जो एक ही बात को एक ही जगह पर दो अलग भाषाओं में प्रसारित करती हैं|नवीन शिक्षा पश्चिमी दर्शन और साहित्य से प्रभावित है| उस में दिए गये विषय पश्चिमी साहित्य में उपलब्ध रहते हैं| हिंदी भाषी विद्यार्थी गूढ़ और अव्यक्त सिधान्तों को विदेशी भाषा में समझने से चूक जाते हैं| एक विशेष स्तर पर उन्हें अंग्रजी में व्यक्त भावों को उसी भाषा में ही निपटना पड़ता है जहाँ वह खुद को ठगा सा पाते हैं| अगर एक ही बात उन्हें अंग्रेज़ी और हिंदी में पढ़ने को मिल जाय तो वह विश्वास से हर प्रश्न को निपटते हैइतिहास को प्रभावी ढंग से पढ़ने के लिए, पाठक को अपने जिज्ञासा के क्षेत्र की हिस्टोरिओग्राफ़ी की समझ होनी चाहिए। इतिहासलेखन इतिहास का वो अध्ययन है जैसा कि इतिहासकारों ने अध्ययन किया है।पुस्तक में आधुनिक भारत के इतिहास लेखन पर पांच निबंध हैं। निबंध स्नातकोत्तर कक्षाओं के छात्रों के लिए लिखे गए हैं। यह net/ यूजीसी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को भी लाभान्वित करेगा। यह उन स्थापित इतिहासकारों के बारे में जानने में मदद करेगा जिनके बारे में सवाल पूछे जाते हैं। यह छात्रों को पीएचडी के लिए आवश्यक पाठ्यक्रम कार्य के लिए भी मदद करेगा।अध्यायों के शीर्षक इस प्रकार हैं:1. अध्याय 1: आधुनिक भारत की ऐतिहासिकता - एक परिचय2. अध्याय 2: आधुनिक भारत के साम्राज्यवादी इतिहासकार3. अध्याय 3: आधुनिक भारत के राष्ट्रवादी इतिहासकार4. अध्याय 4: आधुनिक भारत के मार्क्सवादी इतिहासकार5. अध्याय 5: भारत में उपनिवेशवाद पर इतिहास लेखन6. ग्रंथ सूचीइस पुस्तक का अंग्रेज़ी संस्करण का पेपरबैक भी उपलब्ध है। पेपरबैक का आईएसबीएन 9781085882729 है|ं|